Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Oct 2019 · 1 min read

दीपावली पर्व

दीप शिखाओं का उत्सव हैं
प्रकाशपुंज का दीपोत्सव है
जन खुशियों का यह प्रतीक
दीवाली का पावन है त्योहार

कार्तिक मास अमावस्या में
आता सर्दी की शुरुआत में
उपहारों का आदान प्रदान
दीवाली का पावन है त्योहार

चौदह वर्ष काट कर वनवास
रामचन्द्र लौटा अयोध्या वास
श्री राम स्वागत आवाभगत में
घी के दीपक जलाए उस वार

जगमग जगमग दीप जलें हैं
छोटे बड़ों के हैं दिल खिलें हैं
मिष्ठानों से भंडार भरे हुए हैं
दीवाली का पावन हैं त्योहार

तमस पर प्रकाश की जीत है
सदियों से चल रही ये रीत है
बुराई को अच्छाई से मिटाए
दीवाली का पावन है त्योहार

दशहरे बाद दीवाली है आती
घर आंगन साफ सफाई होती
रंग रोगन से है सजाया जाता
दीवाली का पावन है त्योहार

दुल्हन भांति महिलाएं सजती
घर द्वारों में है रंगोलियाँ बनती
नये नवेले सब हैं वस्त्र पहनते
दीवाली का पावन है त्योहार

पटाखे बहुत ही चलाये जाते
गीत खुशी के खूब गाए चाते
रात्रि होता फिर लक्ष्मी पूजन
दीवाली का पावन है त्योहार

सुखविंद्र सिंह मनसीरत

Language: Hindi
203 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

स्त्रीत्व समग्रता की निशानी है।
स्त्रीत्व समग्रता की निशानी है।
Manisha Manjari
मां वो जो नौ माह कोख में रखती और पालती है।
मां वो जो नौ माह कोख में रखती और पालती है।
शेखर सिंह
यादों की कश्ती में।
यादों की कश्ती में।
लक्ष्मी सिंह
सब बिक गए!
सब बिक गए!
Rahul Singh
क्या से क्या हो गया देखते देखते।
क्या से क्या हो गया देखते देखते।
सत्य कुमार प्रेमी
क्या मिल गया तुझको
क्या मिल गया तुझको
Jyoti Roshni
" रात "
Dr. Kishan tandon kranti
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
Aarti sirsat
मर जायेगा
मर जायेगा
पूर्वार्थ
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
Mohan Pandey
दिल में गहराइयां
दिल में गहराइयां
Dr fauzia Naseem shad
कलाकार
कलाकार
Shashi Mahajan
रम्मी खेलकर लोग रातों रात करोड़ पति बन रहे हैं अगर आपने भी स
रम्मी खेलकर लोग रातों रात करोड़ पति बन रहे हैं अगर आपने भी स
Sonam Puneet Dubey
इश्क़ और इंकलाब
इश्क़ और इंकलाब
Shekhar Chandra Mitra
सच के दामन में लगे,
सच के दामन में लगे,
sushil sarna
*असीम प्यार
*असीम प्यार
Rambali Mishra
माँगती मन्नत सदा माँ....
माँगती मन्नत सदा माँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
अ-परिभाषित जिंदगी.....!
अ-परिभाषित जिंदगी.....!
VEDANTA PATEL
दस्तरखान बिछा दो यादों का जानां
दस्तरखान बिछा दो यादों का जानां
Shweta Soni
हम कितने चैतन्य
हम कितने चैतन्य
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*जीवन साथी धन्य है, नमस्कार सौ बार (पॉंच दोहे)*
*जीवन साथी धन्य है, नमस्कार सौ बार (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
ज़िन्दगी में पहाड़ जैसी समस्याएं होती है पर,
ज़िन्दगी में पहाड़ जैसी समस्याएं होती है पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रामबाण
रामबाण
Pratibha Pandey
*धरती का वरदान*
*धरती का वरदान*
Shashank Mishra
मृत्यु : एक पहेली
मृत्यु : एक पहेली
ओनिका सेतिया 'अनु '
देव उठनी
देव उठनी
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Digital Currency: Pros and Cons on the Banking System and Impact on Financial Transactions.
Digital Currency: Pros and Cons on the Banking System and Impact on Financial Transactions.
Shyam Sundar Subramanian
गीत- निभाएँ साथ इतना बस...
गीत- निभाएँ साथ इतना बस...
आर.एस. 'प्रीतम'
ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं
ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं
Nakul Kumar
"घर की नीम बहुत याद आती है"
Ekta chitrangini
Loading...