दीपावली कैसे मनाता है।
हिंदी ओढ़ता, हिंदी बिछाता हिंदी मात्र भाषा बताता है। दीपावली का त्यौहार फिर अंग्रेजी में क्यों मनाता है।अपनी संस्कृति से आज क्यों नाता तोड़ रहा है। विदेशी भाषा से क्यों अपने को जोड़ रहा है। दूसरे को देख कर क्यों इतना पागल बन जाता है। अपने आप को क्यों धर्म से बिमुख बनाता है। हिंदी भाषा में, इतना ज्ञान भरा पड़ा है। अपने माता-पिता की के चरणों में,तेरा बसर पड़ा है।