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7 Aug 2021 · 1 min read

दिवा स्वप्न

मैं भी किसी का ख़ास होऊं
मेरी भी किसी को ज़रूरत हो!
जैसे हुआ रांझे से हीर को
मुझसे भी किसी को मुहब्बत हो!!
दुनिया के शोरगुल से दूर
चांदनी रात की तनहाई में कहीं!
रूह को सुकून देने वाली
मेरी भी किसी से सोहबत हो!!
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)

Language: Hindi
369 Views
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