Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2024 · 1 min read

दिवाली

दिवाली
तुम अर्थहीन हो अब
क्योंकि तुम्हारे दियों में तेल नहीं
बारूद भरा जाता है
जिससे प्रकाश नहीं होता
होता है धमाका
बहुत ज़ोर का!

पटाखे जलाने में
हम इतने अभ्यस्त हो चुके हैं
कि हमारे हाथ नहीं जलते
मगर जल जाते हैं
रिश्ते, प्रेम, करुणा, दया और एकता जैसे शब्द
निरीहता से!

यातायात सुलभ होने से
शहर की वैयक्तिकता
अब गाँव तक आ पहुँची है
शाम को हर द्वार पर
दिया तो रख दिया जाता है जला कर
मगर साथ ही
बंद कर दिए जाते हैं किबार, भीतर से;
कि कोई अंदर न आने पावे!
-आकाश अगम

Language: Hindi
1 Like · 22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़िंदगी की चाहत में
ज़िंदगी की चाहत में
Dr fauzia Naseem shad
धैर्य वह सम्पत्ति है जो जितनी अधिक आपके पास होगी आप उतने ही
धैर्य वह सम्पत्ति है जो जितनी अधिक आपके पास होगी आप उतने ही
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
शुभ दिवाली
शुभ दिवाली
umesh mehra
मौसम
मौसम
surenderpal vaidya
प्रेम पर्व आया सखी
प्रेम पर्व आया सखी
लक्ष्मी सिंह
"चंदा मामा"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी तो पहले से बिखरी हुई थी
जिंदगी तो पहले से बिखरी हुई थी
Befikr Lafz
याद आयेगा हमें .....ग़ज़ल
याद आयेगा हमें .....ग़ज़ल
sushil sarna
क्या मिला मुझको उनसे
क्या मिला मुझको उनसे
gurudeenverma198
जिन्हें नशा था
जिन्हें नशा था
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
23/200. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/200. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
झूठ भी कितना अजीब है,
झूठ भी कितना अजीब है,
नेताम आर सी
शहर में नकाबधारी
शहर में नकाबधारी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
विषय मेरा आदर्श शिक्षक
विषय मेरा आदर्श शिक्षक
कार्तिक नितिन शर्मा
गूॅंज
गूॅंज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
आज बुजुर्ग चुप हैं
आज बुजुर्ग चुप हैं
VINOD CHAUHAN
*सियासत हो गई अब सिर्फ, कारोबार की बातें (हिंदी गजल/गीतिका)*
*सियासत हो गई अब सिर्फ, कारोबार की बातें (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
नादान प्रेम
नादान प्रेम
अनिल "आदर्श"
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
पूर्वार्थ
We Would Be Connected Actually
We Would Be Connected Actually
Manisha Manjari
ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, प
ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, प
Sanjay ' शून्य'
डॉ. नगेन्द्र की दृष्टि में कविता
डॉ. नगेन्द्र की दृष्टि में कविता
कवि रमेशराज
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
Rj Anand Prajapati
लाख बड़ा हो वजूद दुनियां की नजर में
लाख बड़ा हो वजूद दुनियां की नजर में
शेखर सिंह
लक्ष्मी अग्रिम भाग में,
लक्ष्मी अग्रिम भाग में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*अग्निवीर*
*अग्निवीर*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अर्थी पे मेरे तिरंगा कफ़न हो
अर्थी पे मेरे तिरंगा कफ़न हो
Er.Navaneet R Shandily
मेरे जीवन में सबसे
मेरे जीवन में सबसे
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
#मसखरी...
#मसखरी...
*प्रणय प्रभात*
*साँसों ने तड़फना कब छोड़ा*
*साँसों ने तड़फना कब छोड़ा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...