Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Oct 2024 · 1 min read

दिवाली पर कुछ रुबाइयाँ…

दिवाली पर्व है आया कोई दीपक जलाओ तुम।
अँधेरे मिट चलें दिल से उजालो में तो आओ तुम।
बिना चाहत मुहब्बत के दिवाली हो नहीं सकती।
दिवाली रोज हो घर में ज़रा चाहत जगाओ तुम।।//1

ख़रीदो दीप मिट्टी के दुवाएँ चार मिल जाएँ।
तुम्हारे प्यार के बदले कई घर बार चल जाएँ।।
जला देशी अगर घी तो हवाएँ पाक पाओगे;
पटाखें फोड़कर सुनलो फ़िज़ाएँ ख़ाक़ हो जाएँ।।//2

ज्ञान शील हो मर्यादा भी, शक्ति भरो अंदाज़ों में।
प्रेम दया हो त्याग भावना, बसे नूर अल्फ़ाज़ों में।।
पर्व दिवाली का मने तभी, राम-ख़ुदा इक हो जाए;
सिर्फ़ मुहब्बत रहे हमेशा, मन दिल अदब तक़ाज़ों में।।//3

दिवाली पर्व ख़ुशियों का बुराई की सफ़ाई का।
निकाली धूल घर से ज्यों वक़्त बद दिल से विदाई का।।
मिठाई-सी मधुर वाणी हुई जो तब दिवाली है;
बनो अच्छे बनो सच्चे ये उत्सव हक़ अदाई का।।//4

आर. एस. ‘प्रीतम’

Language: Hindi
1 Like · 27 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
*मतदाता को चाहिए, दे सशक्त सरकार (कुंडलिया)*
*मतदाता को चाहिए, दे सशक्त सरकार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
बसंत
बसंत
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
Shweta Soni
मुस्कान
मुस्कान
पूर्वार्थ
GM
GM
*प्रणय*
"शरीर सुंदर हो या ना हो पर
Ranjeet kumar patre
नम आंखे बचपन खोए
नम आंखे बचपन खोए
Neeraj Mishra " नीर "
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
PRADYUMNA AROTHIYA
2926.*पूर्णिका*
2926.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
...और फिर कदम दर कदम आगे बढ जाना है
...और फिर कदम दर कदम आगे बढ जाना है
'अशांत' शेखर
कम्प्यूटर ज्ञान :- नयी तकनीक- पावर बी आई
कम्प्यूटर ज्ञान :- नयी तकनीक- पावर बी आई
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कुपमंडुक
कुपमंडुक
Rajeev Dutta
I don't need any more blush when I have you cuz you're the c
I don't need any more blush when I have you cuz you're the c
Chaahat
"पत्नी के काम "
Yogendra Chaturwedi
शंकरलाल द्विवेदी द्वारा लिखित एक मुक्तक काव्य
शंकरलाल द्विवेदी द्वारा लिखित एक मुक्तक काव्य
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
हमारे साथ खेलेंगे नहीं हारे वो गर हम से
हमारे साथ खेलेंगे नहीं हारे वो गर हम से
Meenakshi Masoom
सलाम मत करना।
सलाम मत करना।
Suraj Mehra
ये रात है जो तारे की चमक बिखरी हुई सी
ये रात है जो तारे की चमक बिखरी हुई सी
Befikr Lafz
दोपाया
दोपाया
Sanjay ' शून्य'
इंसानियत
इंसानियत
Sunil Maheshwari
दोस्ती का एहसास
दोस्ती का एहसास
Dr fauzia Naseem shad
कटे पेड़ को देखने,
कटे पेड़ को देखने,
sushil sarna
मेरा वजूद क्या
मेरा वजूद क्या
भरत कुमार सोलंकी
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
पूरी जिंदगानी लूटा देंगे उस ज़िंदगी पर,
पूरी जिंदगानी लूटा देंगे उस ज़िंदगी पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उहे समय बा ।
उहे समय बा ।
Otteri Selvakumar
शादी
शादी
Shashi Mahajan
संगीत वह एहसास है जो वीराने स्थान को भी रंगमय कर देती है।
संगीत वह एहसास है जो वीराने स्थान को भी रंगमय कर देती है।
Rj Anand Prajapati
Loading...