दिवस नहीं मनाये जाते हैं…!!!
देश में हमारे दिवस नहीं
मनाये जाते हैं।
पितृ दिवस, मातृ दिवस,
शिक्षक दिवस,
संस्कारों में हमारे यहाँ,
सिखाये जाते हैं।
देश में हमारे दिवस नहीं
मनाये जाते हैं,
बात – बेबात हम
सोशल मीडिया पर
चोचलेबाजी दर्शाते हुए,
फोटो नहीं चिपकाते हैं,
देश में हमारे दिवस नहीं
मनाये जाते हैं।
सदियों से पूज्य हैं,
मात-पिता, गुरूजन हमारे,
परंपरागत रूप से,
प्रतिदिन शीश चरणों में,
सम्मानपूर्वक झुकाते हैं,
देश में हमारे दिवस नहीं,
मनाये जाते हैं।
पितृ वचन पालन हेतु,
श्रीराम वनवास,
मात-पिता बंधन-मुक्ति हेतु
छोड़ गोकुल श्रीकृष्ण मथुरा,
दौड़े चले आते हैं।
देश में हमारे दिवस नहीं,
मनाये जाते हैं।
सम्मान में शिक्षक द्रोण के,
शिष्य एकलव्य से,
गुरू-दक्षिणा में काट अंगूठा,
नतमस्तक हो श्रद्धापूर्वक,
अर्पण कर जाते हैं।
देश में हमारे दिवस नहीं,
मनाये जाते हैं।
अद्भुत, अमिट संस्कृति हमारी,
गर्व हमें हैं हम भारतवासी,
हृदय-मन्दिर में मात-पिता,
गुरू नित भगवान से,
पूजे जाते हैं।
देश में हमारे दिवस नहीं,
मनाये जाते हैं।
रचनाकार :- कंचन खन्ना,
मुरादाबाद, (उ०प्र०, भारत)।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक :- १९/०६/२०२२.