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8 Dec 2016 · 1 min read

दिवंगत परिजन

हमारे परिवार के प्रेरणास्रोत दिवंगत परिजनों को हृदय से समर्पित।

आप क्या गए एक उदासी सी छा गयी,
जीवन में जैसे एक वीरानी सी आ गयी।

आप की याद जैसे साँसों को सहारा सा दे गयी,
जीवन के पथ पर जैसे चलने का इशारा सा दे गयी।

थककर कदम हमारे जब जब डगमगाने लगे,
नज़र आपकी ओर एक नया विश्वास सा दे गयी।

खुशियों के पल में आयी याद आपकी,
पलकों में जैसे एक नमी सी दे गयी।

भरी दुनिया में जब भी अकेलापन सताने लगा हमें,
एक झोंके से आई हवा आपका एहसास सा दे गयी।

मुश्किल जीवन के सभी उतार-चढ़ावों में भी,
निरंतर चलते रहने की एक अनूठी सीख सी दे गयी।

————–शैंकी भाटिया
18 जुलाई, 2016

Language: Hindi
255 Views
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