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16 May 2021 · 1 min read

दिल से दिल की राह

एक घुप अंधेरी रात में
आसमान का
चांद सितारे को
रोशनी देता है या
सितारों का हुजूम
चांद में रोशनी
भरता है
पर अपने अपने घरों में
सुशोभित
दूर दूर से
एक दूसरे को देखकर
सब एक दूसरे के सहारे ही
जीते हैं
रात का
सन्नाटे भरा सफर
काटते हैं
किसी के पास जाकर भी
क्या
साथ रहकर भी क्या
जब तुम किसी का सहारा
न बनो
दूर से ही
हाल पूछते रहो
तसल्ली देते रहो
हिम्मत बढ़ाते रहो तो
ऐसी दिल से दिल की राह के भी
क्या कहने।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
508 Views
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