Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2024 · 1 min read

दिल-शिकन वादा-शिकन

दिल-शिकन वादा-शिकन
कर के दिए तूने कभी ग़म पर ग़म।
साथ मुझसे न निभाए न सही, मेरे लफ़्ज़ों से निभा कम से कम।।
●Good Night●

👌प्रणय प्रभात👌

1 Like · 13 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
* बिखर रही है चान्दनी *
* बिखर रही है चान्दनी *
surenderpal vaidya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
This is the situation
This is the situation
Otteri Selvakumar
वो जो आए दुरुस्त आए
वो जो आए दुरुस्त आए
VINOD CHAUHAN
■ बात सब पर लागू। नेताओं पर भी।।
■ बात सब पर लागू। नेताओं पर भी।।
*प्रणय प्रभात*
नारी-शक्ति के प्रतीक हैं दुर्गा के नौ रूप
नारी-शक्ति के प्रतीक हैं दुर्गा के नौ रूप
कवि रमेशराज
"ये ग़ज़ल"
Dr. Kishan tandon kranti
रातों में यूं सुनसान राहें बुला रही थी,
रातों में यूं सुनसान राहें बुला रही थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल (गुलों से ले आना महक तुम चुरा कर
ग़ज़ल (गुलों से ले आना महक तुम चुरा कर
डॉक्टर रागिनी
2602.पूर्णिका
2602.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
You relax on a plane, even though you don't know the pilot.
You relax on a plane, even though you don't know the pilot.
पूर्वार्थ
तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो।
तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो।
Manisha Manjari
बेटा राजदुलारा होता है?
बेटा राजदुलारा होता है?
Rekha khichi
*जीवन का आनन्द*
*जीवन का आनन्द*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कह्र ....
कह्र ....
sushil sarna
ज़िंदगी की
ज़िंदगी की
Dr fauzia Naseem shad
भाईचारा
भाईचारा
Mukta Rashmi
जिंदगी देने वाली माँ
जिंदगी देने वाली माँ
shabina. Naaz
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
वो ख्वाब
वो ख्वाब
Mahender Singh
*राम-नाम को भज प्यारे यह, जग से पार लगाएगा (हिंदी गजल)*
*राम-नाम को भज प्यारे यह, जग से पार लगाएगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
वक्त
वक्त
Astuti Kumari
जनतंत्र
जनतंत्र
अखिलेश 'अखिल'
"वक्त की बेड़ियों में कुछ उलझ से गए हैं हम, बेड़ियाँ रिश्तों
Sakshi Singh
मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
Awadhesh Singh
पराक्रम दिवस
पराक्रम दिवस
Bodhisatva kastooriya
सच
सच
Neeraj Agarwal
A beautiful space
A beautiful space
Shweta Soni
जितनी तेजी से चढ़ते हैं
जितनी तेजी से चढ़ते हैं
Dheerja Sharma
Loading...