दिल रोया बहुत है
दिल रोया बहुत है मेरा विदा से पहले
के इश्क़ में छल गई हूं वफ़ा से पहले
संभाला है मैने खुदको बड़ी मशक्कत से
तू ने तो मार ही डाला था क़जा से पहले
रहती हूं हर पल मै तो माँ की दुआ में ही
हर जख्म भर जाता है मेरा दवा से पहले
खुश रहने की दे गया है सौगंध जाते जाते
और सजा दे गया मुझको विदा से पहले
मिलने की तमन्ना है तुझसे मेरे सनम
दीदार करा देना अपना क़जा से पहले
छोड़कर ना जाना मुझको मझधार में कभी
लेती हूं नाम तेरा ही मै सदा से पहले
आ गई है दर पर तेरे कँवल माँ मेहर कर
बस जाना मेरे दिल में बस दुआ से पहले