दिल में हसरत जगे तो दबाना नहीं।
दिल में हसरत जगे तो दबाना नहीं।
सुबह उठने का मक़सद मिटाना नहीं।
मंजिलें भी कठिन कीमतें हैं अधिक।
इस बहाने में खुद को छिपाना नहीं।।
-सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर ‘
दिल में हसरत जगे तो दबाना नहीं।
सुबह उठने का मक़सद मिटाना नहीं।
मंजिलें भी कठिन कीमतें हैं अधिक।
इस बहाने में खुद को छिपाना नहीं।।
-सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर ‘