दिल में उदासी चेहरे पर मुस्कान है
दिल में उदासी चेहरे पर मुस्कान है,
छोटे से दिल में हजारों अरमान है।
जाति,धर्म,भाषा,सम्प्रदाय से बढ़कर,
संस्कृति,एकता,मानवता पहचान है।
तु सबको सुनता, समझता,देता है,
हम इंसानो की हजारों जुबान है।
मां है तो जग मुठ्ठी में भर लेंगे हम,
बाकी तो सब ही रिश्तों की दुकान है।
उजालों के साथी तो सब ही रहे,
अंधेरे,अकेले में राह सुनसान है।
पाप का चश्मा चढ़ा है आंखों पर,
खुदाई कहर से आदमी अंजान है।
नूर फातिमा खातून “नूरी”
जिला कुशीनगर
उत्तर प्रदेश