दिल में उतरता जा रहा है प्यार आपका
गीत
दिल मे उतरता जा रहा है प्यार आपका।
ये सादगी से है जुदा व्यवहार आपका।।
इस हाथ की लकीर से पाया तुझे सनम।
मुझको पसन्द है प्रभु उपहार आपका।।
हर सांस नाम तेरे जीवन तेरा हुआ
ये दिल भी आपका है दिलदार आपका।।
नज़रें व होंठ कुछ कहें कुछ दिल है कह रहा।
अंदाज़ से वयां हुआ इजहार आपका।।
अब छोड़िए शर्मोहया मेरे पास बैठिए।
जी भरके कर लूं आज मैं दीदार आपका।।
चूड़ी खनक उठी कहीं पाजेब बज रही।
बांहें गले मे डाल बनूँ हार आपका।।
राहें सजा दीं फूल से दिल भी विछा दिया।
रख दो कदम तो हो सनम उपकार आपका।।
मैंने किया है प्यार सजा दो या प्यार दो।
ये दिल हुआ दिवाना गुनाहगार आपका।।
कुछ बात अपने दिल की इशारा तो दीजिए।
या
लव से नही कहो तो इशारा तो दीजिए।
हर फैसला करूँगा मैं स्वीकार आपका।।
श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव साईंखेड़ा