दिल में आने लगे हैं
वो जबसे ख्वाबों में आने लगे हैं
और भी अब सताने लगे हैं
पहले तो डरते थे बात करने से भी
अब दिन दहाड़े बुलाने लगे हैं
मैं तो कुछ कह पाता नहीं
वो जाते ही याद आने लगे हैं
जानते है नहीं वो शायद
हम उनसे दिल लगाने लगे हैं
कैसे कहूं उनसे मैं ये अब
दूर रहकर मुझसे वो रुलाने लगे हैं
उनको फर्क पड़ता नहीं
क्यों हम उनसे दिल लगाने लगे हैं
है प्यार उनको भी हमसे
या हमको यूं ही सताने लगे हैं
कोई पूछ लो उनसे ये
जो हमारे दिल को जलाने लगे हैं
महफिल में बैठते हैं साथ
अकेले में दिल चुराने लगे हैं
ये क्या हो गया है इनको
पानी में आग लगाने लगे हैं
दीवानगी बढ़ रही मेरी
जो वो मेरे करीब आने लगे हैं
है नहीं कोई शिकन उनपर
वो तो मुस्कुराकर जाने लगे हैं
कह दे वो भी कभी मुझसे
मुझे अपने दिल में बसाने लगे हैं
याद करते हैं वो हमें भी
हम भी उनके सपनों में आने लगे हैं।