Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2017 · 1 min read

***दिल बहुत दुखी हुआ ***

तुम जो गुजर गए हो, दिल तो हमारा भी रोता है
तुम्हारी मासूमियत पर यह दिल सच बहुत रोता है
तुम्हारे देश की दहशतगर्दी ने विराना सा माहोल बना रखा था
उसी माहोल ने इतना नरसंहार, बड़ा भयानक बना रखा था !!

आंतकवाद की जड़ों को सींचता है, जब कोई भी देश
बस उस में मारा जाता है हर इक निर्दोष
आतकंवाद की न कोई जात है , न ही कोई मजहब
तुम्हारे सोते हुए जिस्म को देखकर, मौन रहें कब तक ??

मौत तो आनी है, उस को कोई नहीं रोक सकता
पर जैसे तुम्हारी आयी है, देख कर सच बड़ा दिल रोता
कब होगा इस आतकंवाद का खात्मा बहुत दहशत है
कब मिलेगा सकून सारे विश्व को, सच बहुत दहशत है !!

हम सब बेबस हैं, बस दुआ कर सकते हैं और कुछ नहीं
वापिस ला नहीं सकते उस परवर दिगार के घर से
आंसू की बौछार से दामन भीगता जा रहा है, कैसे कहें
आज ऐसा लगा जैसे परिवार का बच्चा गुजर गया, कैसे कहें ??

अजीत कुमार तलवार
तलवार

Language: Hindi
351 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत न
खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत न
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अल्फाज (कविता)
अल्फाज (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
चलो मनाएं नया साल... मगर किसलिए?
चलो मनाएं नया साल... मगर किसलिए?
Rachana
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -171
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -171
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Happiness doesn't come from sleeping, relaxing and hanging o
Happiness doesn't come from sleeping, relaxing and hanging o
पूर्वार्थ
ପ୍ରାୟଶ୍ଚିତ
ପ୍ରାୟଶ୍ଚିତ
Bidyadhar Mantry
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Surya Barman
उदास शख्सियत सादा लिबास जैसी हूँ
उदास शख्सियत सादा लिबास जैसी हूँ
Shweta Soni
राज़-ए-इश्क़ कहाँ छुपाया जाता है
राज़-ए-इश्क़ कहाँ छुपाया जाता है
शेखर सिंह
"बता "
Dr. Kishan tandon kranti
रामलला ! अभिनंदन है
रामलला ! अभिनंदन है
Ghanshyam Poddar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
जो चलाता है पूरी कायनात को
जो चलाता है पूरी कायनात को
shabina. Naaz
4672.*पूर्णिका*
4672.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*शून्य से दहाई का सफ़र*
*शून्य से दहाई का सफ़र*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मित्रता स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है। जहाँ सुख में हंसी-
मित्रता स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है। जहाँ सुख में हंसी-
Dr Tabassum Jahan
राम
राम
Sanjay ' शून्य'
*आर्य समाज और थियोसॉफिकल सोसायटी की सहयात्रा*
*आर्य समाज और थियोसॉफिकल सोसायटी की सहयात्रा*
Ravi Prakash
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
रिश्ते सालों साल चलते हैं जब तक
रिश्ते सालों साल चलते हैं जब तक
Sonam Puneet Dubey
आसमां का वजूद यूं जमीं से है,
आसमां का वजूद यूं जमीं से है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बुरा समय
बुरा समय
Dr fauzia Naseem shad
रूबरू।
रूबरू।
Taj Mohammad
पढ़ता  भारतवर्ष  है, गीता,  वेद,  पुराण
पढ़ता भारतवर्ष है, गीता, वेद, पुराण
Anil Mishra Prahari
अंगुलिया
अंगुलिया
Sandeep Pande
तुम्हारे दीदार की तमन्ना
तुम्हारे दीदार की तमन्ना
Anis Shah
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
अंसार एटवी
कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन
कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन
Suryakant Dwivedi
गांधीजी की नीतियों के विरोधी थे ‘ सुभाष ’
गांधीजी की नीतियों के विरोधी थे ‘ सुभाष ’
कवि रमेशराज
Loading...