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24 Nov 2017 · 1 min read

” ———————————— दिल बहलाती जाये ” !!

हंसी तुम्हारी बड़ी मधुरतम , होश उड़ाती जाये !
लगे प्रेम की डगर सुहानी , ये मन भाती जाये !!

नहीं मुखोटे यहां दिखे हैं , आनन उजला उजला !
एक नयी दुनिया का चेहरा , मुझे दिखाती जाये !!

झिलमिल तारे , झिलमिल सपने , झिलमिल रंग दिखे हैं !
झिलमिल ओढ़ चुनरिया ठगती ,यों बल खाती जाये !!

कजरारी आंखों का काजल , गहराया सा लगता!
सजे सुरमई ख़्वाब दिखाकर , दिल बहलाती जाये !!

सभी अदाऐं मनभावन हैं , हम तो बंधे बंधे से !
बांध दिये खुशबू के घेरे , औ मदमाती जाये !!

प्यार चढ़ा परवान यहां पर , रंग सभी हैं छलके !
हमें भुलावे देकर गौरी , खुद इठलाती जाये !!

बृज व्यास

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