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6 Jun 2020 · 1 min read

दिल धक् से धड़क ही जाता है..

ये दिल का भी दीवानापन,
कुछ समझ नहीं मैं पाता हूं।
कहने को बहुत है बात मगर,
क्या बात कहूं, शर्माता हूं।

न देखूं तुझे तो चैन नहीं,
देखूं तो बहार सा छाता है।
जब आती हो इधर, जुल्फें खोले,
दिल धक् से धड़क ही जाता है।

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