आइना तुझको न जब भायेगा
आइना तुझको न जब भायेगा
उम्र का दौर वो भी आयेगा
तेरा दुश्मन तो नहीं है कोई
क्रोध तेरा ही तुझे खायेगा
दर्द सब दिल के सिमट जायेंगे
जब तू आगोश में आ जायेगा
तू मेरी रखता खबर पल पल की
मुझको इतना न कोई चाहेगा
अलविदा कहके चला जा बेशक
काफिला यादों का तड़पायेगा
ज़िन्दगी का तो गणित सीधा है
तू जो बोयेगा वही पायेगा
‘अर्चना’ छोड़ दे तू डरना अब
दिल का क्या है ये तो घबरायेगा
28-04-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद