दिल टूटा है।
जिंदगी ने आंसुओं से ,नहला दिया । ऐसा जख्म दिए, जो नासूर बन गए,
रिश्ते छूटे है ,कोई रोजगार नहीं।
दिल टूटा है, कोई बाजार नहीं।- -डॉ.सीमा कुमारी,3=7=07की स्वरचित रचना है मेरी।
जिंदगी ने आंसुओं से ,नहला दिया । ऐसा जख्म दिए, जो नासूर बन गए,
रिश्ते छूटे है ,कोई रोजगार नहीं।
दिल टूटा है, कोई बाजार नहीं।- -डॉ.सीमा कुमारी,3=7=07की स्वरचित रचना है मेरी।