दिल कड़वा आत्मा विषैली
बातों में
मिठास नहीं
दिल भी कड़वा
आत्मा भी विषैली
कुछ लोग इस संसार में
न जाने कैसा जीवन जीते हैं
खुद भी दुखी
खुद भी परेशान
दूसरों का जीना भी दूभर
सारी उम्र बीत जाने पर भी
इनमें न परिपक्वता
न ही कोई परिवर्तन
न ही कोई विकास दिखता
ऐसे लोगों की तो प्रकृति ही होती है
नीम के पौधे सी
इनसे दूर रहना ही उचित
नीम के पत्ते कड़वे सही पर
होते हैं लाभदायक
यह कड़वे और विषैले लोग
कहीं से कैसे भी थोड़े बहुत भी न लाभदायक
बस हर तरह से हानिकारक
नकारात्मक
खुद के लिए भी
सबके लिए भी
सम्पूर्ण वातावरण को प्रदूषित करने में
सबसे आगे
सबको पछाड़ते
अव्वल दर्जे पर।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001