दिल के इक कोने में तुम्हारी यादों को महफूज रक्खा है।
दिल के इक कोने में तुम्हारी यादों को महफूज रक्खा है।
तुम्हारा दिया वो पहला ख़त आज भी छुपा रक्खा है ।।
शिव प्रताप लोधी
दिल के इक कोने में तुम्हारी यादों को महफूज रक्खा है।
तुम्हारा दिया वो पहला ख़त आज भी छुपा रक्खा है ।।
शिव प्रताप लोधी