दिल के अल्फाज
तेरी #वेवफाई का #शिला कुछ इस #तरह_से अब देंगे हम ।
तुझे #पता भी नहीं #चलेगा इस कदर #नफरत करेंगे हम ।।
जिस #दिल में तुम्हे रखा #हमने उसी में #खंजर_घोपा है तुमने ,
#बहुत वहा लिए #आंसू लहू के मगर अब तुझको #रुलायेंगे हम ।।
#यकीं तुझपे कर के सौंप दी ये दिल की #आनमोल_सी #जागीर ,
#फरेव कर लूट लिया पर यकीनन #तुमको आईना #दिखाईंगे हम ।।
तेरी #दुनिया में तो होंगे पर $जुदा रहेंगे #तेरी_मोहब्बत से हम ,
दिल #टूटने का #दर्द क्या होता है ये #अहसास दिलाईंगे हम ।।
लगाई थी #आग जिस #मकां में वो #रहमे_खुदा से बच गया ,
मगर जो #छोड़ के आये उस घर की #वीरानियाँ दिखाईंगे हम ।।
? #राहुल_कुमार_सागर_बदायूंनी ✍