दिल की मर्सडीज
‘ब्यूटी’ की धार तेज बहुत दिख रही मुझे
‘लिप लाइनर’ की कोर चला जा रहा हूँ मैं
इस ‘लाइफ’ की ‘फिज़िक्स’ के ‘मिस्ट्री’ हो तुम
‘प्लस माइनस’ का ‘फोर्स’ खिंचा जा रहा हूँ मैं
दिल समझा था जिस प्यार को पहली ही ‘क्लास’ में
उस दिन का ‘होम वर्क’ किये जा रहा हूँ मैं
नाराज तुम ना होना ‘आई लब यू ‘ना कहूँ
इंग्लिश में हाथ तंग है, बतला रहा हूँ मैं
कोई आये अभी ‘पिंच’ करे बाह पर मुझे
ये सच है, या ‘स्वीट ड्रीम्स’ जिए जा रहा हूँ मैं
कभी घूर कर ना देखा तेरे ‘रोज़ी लिप्स’ को
रब भी कहे ‘वन पीस’ ये बना रहा हूँ मैं
इस जिंदगी के ‘वन वे’ पर तुम साथ में रहना
इस दिल की ‘मर्सडीज़’ में बिठा रहा हूँ मैं