दिल की बात
मैं कहूँ तुम सुनते रहो
तुम कहो मैं सुनती रहूँ
प्यार के दो मीठे अल्फाज
तुम मुझे देखतो रहो
बस मैं तुम्हें देखती रहूँ
छोड़ दुनिया की शर्म ओ लाज
तुम्हारी हँसी मेरे होंठों पर आए
मेरी हँसी तुम्हारे होंठों पर आए
दुआ करो हो जाए ऐसी करामात
मेरे आँसू तुम्हारी आँखों से झलकें
तुम्हारे आँसू मेरी आँखों से झलकें
दुनिया भी करे हम दीवानों को याद
तुम्हारे दिल में मैं बसी रहूँ
मेरे दिल में तुम बसे रहो
उस खुदा से इतनी सी है फरियाद
तुम्हारी बाहों में मैं आ जाऊँ
मेरी बाहों में तुम आ जाओ
कहीं बीत ना जाए आज की रात
दिल तुम्हारा धड़के मेरे लिए
दिल मेरा धड़के तुम्हारे लिए
सुलक्षणा ने कह दी दिल की बात