दिल की बाते दिल में न रह जाए –
दिल की बाते दिल में न रह जाए –
दिल की बाते दिल में न रह जाए,
अपने मन की किसे सुनाए,
दिल में है जो दर्द मेरे वो किसको बतलाए,
दिए है दर्द मुझे मेरे अपनो ने,
वो दिल की बात दिल से निकाले और सभी को बतलाए,
दिल के जो हो अरमान,
वो न हो जाए अधूरा ख्वाब,
इसको पूरा करने की दिल में है चाह,
पर न मिलती अपनो से कभी वाह,
दिल की बाते दिल में न रह जाए,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क -7742016184