दिल की आवाज़
दिल की आवाज़ रूह की ज़ुबान होती है ।
जो दिल पर दस्तक देकर आग़ाह करती है ।
अज़ाब और सब़ाब के फर्क का इल्म देती है ।
सोये हुए इन्सानियत के एहसास को जगाती है।
बहके कदम भटकने से पहले सही राह दिखाती है।
ज़ेहन पर त़ारी जुऩून पर काबू पाने का सब्र देती है।
मुसीबतों का सामना करने और अपनी हस्ती बचाने का हौसला देती है ।
ज़ुल्म के खिलाफ़ आवाज़ बुलंद करने और ज़ायज़ हक हास़िल करने की ख़ातिर बग़ावत करने को आम़ादा करती है।
मज़लूमों और मास़ूमों की म़दद करने का सब़ब देती है ।
ज़िन्दगी के सही मायने तलाशने और इज़्जत से ज़िन्दगी गुज़ारने का मौका देती है ।