दिल कह रहा कि ताउम्र ऐसे तुझे देखता रहूँ।
दिल कह रहा कि ताउम्र ऐसे तुझे देखता रहूँ।
तेरे बारे में दिन -रात मैं सोचता रहूँ।
मासूम से ये चेहरा और उस पर जो ये मुस्कान है,
देख कर उसे हर कोई यहाँ हैरान है,
उस मुस्कुराहट पर नज़रे सेकता रहूँ।
दिल कह रहा कि ताउम्र ऐसे ………………………।
कुछ और न है चाहत बस यह अरदास है ,
तेरा होता रहे दीदार जब तक सास है ,
तेरे लिये मैं सास पर सास जोड़ता रहूँ ।
दिल कह रहा कि ताउम्र ऐसे ………………………।
तेरे इश्क़ का हर प्याला हलाहल मैं पी रहा,
तुझको को देख कर के मैं जी रहा ,
तू पिलाता रहे जाम नज़रो से और ऐसे ही मैं ताउम्र पीता रहूँ।
दिल कह रहा कि ताउम्र ऐसे ………………………।
तेरे हर ईशारे पर धीरेन्द्र कुर्बान है ,
मेरी ख्वाहिश सुन ले जो यह आवाम है
मौत हो तेरे शहर में मैं रुह बन कर यही भटकता रहूँ।
तुझे देखता रहूँ -तुझे देखता रहूँ ।
दिल कह रहा कि ताउम्र ऐसे ………………………।