दिले खुशी भी अजब होती है।
दिले खुशी भी अजब होती है।
आने पर इन पलकों को भिगा देती हैं।।1।।
ये मजबूरी भी गज़ब होती हैं।
सच्चे इंसान को भी झूठा बना देती हैं।।2।।
बीती जिदंगी भी सबक होती है।
सीखना चाहो तो बहुत सीखा देती है।।3।।
हालात ए बयां नज़र होती है।
छिपाना चाहो पर सबको बता देती है।।4।।
यह दौलत भी हवस होती है।
मुफलिसो लालची इंसान बना देती है।।5।।
क्या खूब आबे लहर होती है।
तुफां से पहले समंदर को सुला देती है।।6।।
हर चीज़ की ही वजह होती है।
जिंदगी यूं ही ना कुछ भी करा देती है।।7।।
दुआ ए मां में फिकर हाेती है।
बच्चों को हर मुसीबत से बचा लेती है।।8।।
जिंदगी चार दिन की महज़ होती है।
ना जानें इंसा से क्या क्या करा देती है।।9।।
हर मोहब्बत में कसक होती है।
जालिम दुनियाँ इसे अधूरी बना देती है।।10।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ