दिन
“रात मेरी खुद अपनी ही तो कटती नही थी,
उस पर जिंदगी मुझकों सारा दिन काटती थी।
काटती थी बूढ़ी अम्मा, बिना दाँतो के अपने दिन
दिन ना कटता तो मुझकों सारा दिन काटती थी।”
-तेजस
“रात मेरी खुद अपनी ही तो कटती नही थी,
उस पर जिंदगी मुझकों सारा दिन काटती थी।
काटती थी बूढ़ी अम्मा, बिना दाँतो के अपने दिन
दिन ना कटता तो मुझकों सारा दिन काटती थी।”
-तेजस