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manjula chauhan
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22 Feb 2024 · 1 min read
दिन गुनगुनाए जब, तो रात झिलमिलाए।
दिन गुनगुनाए जब, तो रात झिलमिलाए।
आहटे अब मन की, कौन ही बताए।
Competition:
Poetry Writing Challenge-2
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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Manjula Chauhan
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