दिनकर है मेरी कविता
दिनकर है कर्तव्यपरायण
दिनकर है उपकारी
दिनकर के गुणगान करों
दिनकर है सदाचारी
दिनकर का उपकार दिन है
दिनकर का आभार भी
दिनकर का व्यवहार काव्य है
दिनकर का विचार भी
दिनकर को एक समान लगे
दानी , धनी और दीन
दिनकर सब का अपना है
बलवान , अबला हो या हीन
दिनकर मंगल वंदन में
दिनकर स्वागत अभिनंदन में
दिनकर सूक्ष्म विसाल सब है
दिनकर ही भारत लंदन में
दिनकर हर विधा में है
दिनकर है अविधा में भी
दिनकर मेरे शब्द-शब्द में
दिनकर है मेरी कविता में भी