Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

दास्ताँ दिल की

हाल-ए-दिल तुम्हें अपना सुनाऊं कैसे ?
जो है दिल में उसे तुम्हें बताऊं कैसे ?
हो कितने अजीज तुम हमें
ये बात लव्जों पर लाऊं कैसे ?

ना समझा सकती हूं, ना बता सकती हूं
ना दिल में इसे अब छुपा सकती हूं

किस्मत की तुम मेरी लकीर बन जाओ
हाथों में वो लकीर मैं लाऊं कैसे ?
सिमट जाओ तुम गज़ल में मेरी
वो गज़ल को मैं लिखूं कैसे ?

जाता है जो तुम्हारे दिल के दर तक
अजीज मुझे वो हर रास्ता लगता है
सजता जिससे चेहरे का नूर ये मेरा
वो अक्स मुझे अब तू लगता है

ना तुझे भुला सकती हूं
ना तुझसे किए वादों को भुला सकती हूं
ना तेरा इन्तज़ार मिटा सकती हूं

ए-खुदा ज़रा तू ही दस दे
अब होर किन्ना तू तड़पावेगा मैनूं

जान ले ये तू बात मेरी अब
लगता है ड़र मुझे तुम्हें खोने से
कही छिन ना ले जमाना तुमको मुझसे
हर उस मंजर से दिल सहर उठता है

ना जमाने की हकीकत दिखा सकती हूं
ना अपने गम को बता सकती हूं
ना जमाने सी खुदगर्ज़ बन सकती हूं

बस, हत्था की लकीरां विच
मैं अपने रब तो तेरा साथ मंगती हूं
ए मेरे रब! अरदास मेरी तू ये सुन लेना
दूर कभी ना तुम हमको करना।

– सुमन मीना (अदिति)

Language: Hindi
Tag: SilentEyes
6 Likes · 1 Comment · 302 Views

You may also like these posts

4632.*पूर्णिका*
4632.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#हृदय_दिवस_पर
#हृदय_दिवस_पर
*प्रणय*
शादी और साली
शादी और साली
ललकार भारद्वाज
” बारिश की बूंदें
” बारिश की बूंदें "
ज्योति
प्रीतम के दोहे
प्रीतम के दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
जी आजाद इस लोकतंत्र में
जी आजाद इस लोकतंत्र में
gurudeenverma198
अँधेरे में नहीं दिखता
अँधेरे में नहीं दिखता
Anil Mishra Prahari
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Neelam Sharma
आज ईद का दिन है
आज ईद का दिन है
Jyoti Roshni
देवीमहिमा
देवीमहिमा
जगदीश शर्मा सहज
"क्षमायाचना"
Dr. Kishan tandon kranti
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
समाज को जगाने का काम करते रहो,
समाज को जगाने का काम करते रहो,
नेताम आर सी
नव वर्ष आया हैं , सुख-समृद्धि लाया हैं
नव वर्ष आया हैं , सुख-समृद्धि लाया हैं
Raju Gajbhiye
विषय-बंधन कैसे-कैसे
विषय-बंधन कैसे-कैसे
Priya princess panwar
सत्ता काण्ड का प्रारम्भ
सत्ता काण्ड का प्रारम्भ
Arun Prasad
#हे मा सी चंद्रिके
#हे मा सी चंद्रिके
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
गीत// कितने महंगे बोल तुम्हारे !
गीत// कितने महंगे बोल तुम्हारे !
Shiva Awasthi
ज़िंदगी के मर्म
ज़िंदगी के मर्म
Shyam Sundar Subramanian
मेरी प्यारी सासू मां, मैं बहुत खुशनसीब हूं, जो मैंने मां के
मेरी प्यारी सासू मां, मैं बहुत खुशनसीब हूं, जो मैंने मां के
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुममें मैं कहाँ हूँ ?
तुममें मैं कहाँ हूँ ?
Saraswati Bajpai
आबूधाबी में हिंदू मंदिर
आबूधाबी में हिंदू मंदिर
Ghanshyam Poddar
मोहब्बत...
मोहब्बत...
हिमांशु Kulshrestha
एक दिन आना ही होगा🌹🙏
एक दिन आना ही होगा🌹🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मां जो है तो है जग सारा
मां जो है तो है जग सारा
Jatashankar Prajapati
पीड़ा का अनुमान
पीड़ा का अनुमान
RAMESH SHARMA
Prima Facie
Prima Facie
AJAY AMITABH SUMAN
न रोने की कोई वजह थी,
न रोने की कोई वजह थी,
Ranjeet kumar patre
एक गुजारिश तुझसे है
एक गुजारिश तुझसे है
Buddha Prakash
अदा बोलती है...
अदा बोलती है...
अश्क चिरैयाकोटी
Loading...