दायरे से बाहर
सुनी सुनाई बातों पर ध्यान मत देना
जहालत में पड़के कभी जान मत देना
लोग भूल जाते हैं इस्तेमाल करके यहाँ
औरों के तलवारों को मयान मत देना।
लाख बुरी लगे बातें बच्चों की,बुजुर्गों
इस दौर में उन्हें मुफ्त ज्ञान मत देना ।
प्यार पर भरोसा एक हद तक है सही
इश्क़ में कर सबकुछ क़ुर्बान मत देना ।
नए साल के लिए एक वादा काफ़ी है
किसी को भी अपनी ज़ुबान मत देना।
दिलो-दिमाग दुरुस्त रखना है अजय
बेमक़सद किसी पे दिलोजान मत देना।
-अजय प्रसाद