*दाँत मंजन रोजाना( कुंडलिया )*
दाँत मंजन रोजाना( कुंडलिया )
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रोजाना मंजन करो , सोओ उसके बाद
दाँत अभागे कर रहे , सबसे यह फरियाद
सबसे यह फरियाद , करो ब्रश फिर ही सोना
नहीं लगेगा रोग , दाँत का रोना – धोना
कहते रवि कविराय , राज सबको बतलाना
चाह रहे हर रात , दाँत मंजन रोजाना
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रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा, रामपुर( उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 9761 5451