Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

दहेज ना लेंगे

दहेज ना लेंगे

मन के मंच पर खुद से खडे होकर, वादा करेंगे।
मा बाप को छोद आयी बन उस खुश किस्मत से ना दहेज लेंगे

रख संस्कार जिसने अपनी कन्या को गुणवान डगर पर सीचा है
उन मां बाप की ले लाली को धन्य मान कहेंगे हम ना दहेज लेंगे

सुख-दुख में साथ निभाया
सुख-दुख पराया मान हमें सोपा है।
अपनी से दूर रहे से कर वो लाली खुशी-खुशी साथ आकर कहलवाती है हम ना दहेज लेंगे।

रूप उसका रख मन में श्रृंगार ख्यालो से करती है
शक्ल प्रभात भोर को देख तो दिन मेरा
खुशहाली से कहता है मैं ना दहेज लूंगा

Language: Hindi
72 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शेर
शेर
*प्रणय*
मेरे पांच रोला छंद
मेरे पांच रोला छंद
Sushila joshi
कोई गुरबत
कोई गुरबत
Dr fauzia Naseem shad
*पिता का प्यार*
*पिता का प्यार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जिंदगी हमेशा इम्तिहानों से भरा सफर है,
जिंदगी हमेशा इम्तिहानों से भरा सफर है,
Mamta Gupta
🌹 *गुरु चरणों की धूल*🌹
🌹 *गुरु चरणों की धूल*🌹
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
यूं तन्हाई में भी तन्हा रहना एक कला है,
यूं तन्हाई में भी तन्हा रहना एक कला है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लिखा भाग्य में रहा है होकर,
लिखा भाग्य में रहा है होकर,
पूर्वार्थ
मकर संक्रांति पर्व
मकर संक्रांति पर्व
Seema gupta,Alwar
हाथों में हैं चूड़ियाँ,
हाथों में हैं चूड़ियाँ,
Aruna Dogra Sharma
पृथ्वी दिवस पर
पृथ्वी दिवस पर
Mohan Pandey
*संवेदनाओं का अन्तर्घट*
*संवेदनाओं का अन्तर्घट*
Manishi Sinha
खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता
खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कुछ ख़ुशनसीब ऐसे हैं जो आगे किस्मत से बढ़ गए!
कुछ ख़ुशनसीब ऐसे हैं जो आगे किस्मत से बढ़ गए!
Ajit Kumar "Karn"
*जीवन-आनंद इसी में है, तन से न कभी लाचारी हो (राधेश्यामी छंद
*जीवन-आनंद इसी में है, तन से न कभी लाचारी हो (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
हेच यश आहे
हेच यश आहे
Otteri Selvakumar
नहीं देखी सूरज की गर्मी
नहीं देखी सूरज की गर्मी
Sonam Puneet Dubey
ਉਸਦੀ ਮਿਹਨਤ
ਉਸਦੀ ਮਿਹਨਤ
विनोद सिल्ला
" साऊ "
Dr. Kishan tandon kranti
न ख्वाबों में न ख्यालों में न सपनों में रहता हूॅ॑
न ख्वाबों में न ख्यालों में न सपनों में रहता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
दूर कहीं जब मीत पुकारे
दूर कहीं जब मीत पुकारे
Mahesh Tiwari 'Ayan'
आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
Dipak Kumar "Girja"
प्रीतम के दोहे
प्रीतम के दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
मुसीबत में घर तुम हो तन्हा, मैं हूँ ना, मैं हूँ ना
मुसीबत में घर तुम हो तन्हा, मैं हूँ ना, मैं हूँ ना
gurudeenverma198
यह   जीवन   तो   शून्य  का,
यह जीवन तो शून्य का,
sushil sarna
****शीतल प्रभा****
****शीतल प्रभा****
Kavita Chouhan
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मतदान से, हर संकट जायेगा;
मतदान से, हर संकट जायेगा;
पंकज कुमार कर्ण
3187.*पूर्णिका*
3187.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
व्यावहारिक सत्य
व्यावहारिक सत्य
Shyam Sundar Subramanian
Loading...