Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2024 · 1 min read

दहेज एक समस्या– गीत

कि सुनकर धड़कन रुक जाती है,
धरती भी हिलने लगती।
चंद रुपए गाड़ी की खातिर,
जब पगड़ी धूमिल होने लगती।
गिरवी था घर बार सभी,अब इज्जत भी गिरवी रख दी,
बस दहेज की खातिर उसने सांसे भी गिरवी रख दीं।।

देख पसीना आ जाता है, पत्थर भी रोने लगते।
फूट-फूटकर बिटिया रोती, जब रिश्ते तोड़े जाते।
है कैसा इंसाफ यही, जो देती है वो सहती है।
बस दहेज की खातिर बिटिया रोज जलाई जाती है।
बस दहेज की खातिर बिटिया रोज जलाई जाती है।

कभी कोख में मारी जाती, कभी जलायी जाती है।
कभी भरे बाजार में उसकी, इज्जत लूटी जाती है।
है कैसा ये देश जहां, बेटी बेटों से डरती है।
बस दहेज की खातिर, हर डोली सूनी रह जाती है।
बस दहेज की खातिर हर डोली सूनी रह जाती है।।

कोई बड़े भाषण देता है, कोई सोख जताता है।
लेकिन अगली दुर्घटना तक, सब ठंडा हो जाता है।
सिर्फ वोट बैंक की खातिर गुंडा संसद भेजा जाता।
लोकतंत्र बस अर्थी है कोई भी फूल चढ़ा जाता।
लोकतंत्र बस अर्थी है, कोई भी फूल चढ़ा जाता।।

अभिषेक सोनी
(एम०एससी०, बी०एड०)
ललितपर, उत्तर–प्रदेश

Language: Hindi
1 Like · 68 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3266.*पूर्णिका*
3266.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक ज़माना था .....
एक ज़माना था .....
Nitesh Shah
वक्त गुजर जायेगा
वक्त गुजर जायेगा
Sonu sugandh
जिंदगी कुछ और है, हम समझे कुछ और ।
जिंदगी कुछ और है, हम समझे कुछ और ।
sushil sarna
मां भारती से कल्याण
मां भारती से कल्याण
Sandeep Pande
*देव पधारो हृदय कमल में, भीतर तुमको पाऊॅं (भक्ति-गीत)*
*देव पधारो हृदय कमल में, भीतर तुमको पाऊॅं (भक्ति-गीत)*
Ravi Prakash
कोई गुरबत
कोई गुरबत
Dr fauzia Naseem shad
खुशबू बनके हर दिशा बिखर जाना है
खुशबू बनके हर दिशा बिखर जाना है
VINOD CHAUHAN
टिमटिमाता समूह
टिमटिमाता समूह
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
पूर्वार्थ
ଅନୁଶାସନ
ଅନୁଶାସନ
Bidyadhar Mantry
आँगन की दीवारों से ( समीक्षा )
आँगन की दीवारों से ( समीक्षा )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
Neeraj Agarwal
19. कहानी
19. कहानी
Rajeev Dutta
तू है जगतजननी माँ दुर्गा
तू है जगतजननी माँ दुर्गा
gurudeenverma198
THE ANT
THE ANT
SURYA PRAKASH SHARMA
सबका भला कहां करती हैं ये बारिशें
सबका भला कहां करती हैं ये बारिशें
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
नई पीढ़ी पूछेगी, पापा ये धोती क्या होती है…
नई पीढ़ी पूछेगी, पापा ये धोती क्या होती है…
Anand Kumar
वक्त-वक्त की बात है
वक्त-वक्त की बात है
Pratibha Pandey
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Akshay patel
प्यार भरा इतवार
प्यार भरा इतवार
Manju Singh
"सृजन"
Dr. Kishan tandon kranti
सागर तो बस प्यास में, पी गया सब तूफान।
सागर तो बस प्यास में, पी गया सब तूफान।
Suryakant Dwivedi
अपने ही  में उलझती जा रही हूँ,
अपने ही में उलझती जा रही हूँ,
Davina Amar Thakral
दर्पण जब भी देखती खो जाती हूँ मैं।
दर्पण जब भी देखती खो जाती हूँ मैं।
लक्ष्मी सिंह
@ !!
@ !! "हिम्मत की डोर" !!•••••®:
Prakhar Shukla
अब ये ना पूछना कि,
अब ये ना पूछना कि,
शेखर सिंह
!! ये सच है कि !!
!! ये सच है कि !!
Chunnu Lal Gupta
■ श्री राधाष्टमी पर्व की मंगलकामनाएं।।
■ श्री राधाष्टमी पर्व की मंगलकामनाएं।।
*प्रणय प्रभात*
बिना मांगते ही खुदा से
बिना मांगते ही खुदा से
Shinde Poonam
Loading...