“दही”
“दही”
*****
दूध ही, जब सही जमें;
तब वह , दही ही बने;
दही, बहुत लाभकारी;
भगाए ये , कई बीमारी;
इससे ही,बने दहीबाड़ा;
मांगे सब,इसको दुबारा;
रायता में भी , दही लगे;
इसे खाने से, भूख जगे;
बने छांछ, लाए चुस्ती;
पीकर इसे,जीतो कुश्ती;
जो, दही खाकर निकले;
या दही लगाकर निकले,
उनके, कार्य न फिसले।
*******************
..✍️ प्राजंल
..कटिहार।।