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*प्रणय*
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12 Oct 2024 · 1 min read
दशकंधर
दशकंधर
के वंश को,
पहुंचाया
निज धाम,
हृदय अवध सा
हो गया,
लौटे राजा राम।।
😊प्रणय प्रभात😊
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