Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2016 · 1 min read

दर पर अपने प्रभु ने बुलाया होगा

दर पे अपने प्रभु ने आज बुलाया होगा
छोड़ के काम सभी फिर से पठाया होगा

आज अपराध क्षमा कर प्रभु ने मेरे सब
मार्ग हमको जो शराफत का दियाया होगा

हो गया जब वह लाचार गरीबी में तो
वक्त ने कठपुतली सा ही नचाया होगा

हो न पायी जब पूरी सब आसें उसकी
तब गले मौत को उसने तो लगाया होगा

ख्याव तेरे महके फिर जो मिला वो होगा
तो जहाँ एक नया तूने सजाया होगा

हो उठी मैं खुश पा कर पत्र तेरा अब तो
दोड़ कर जो फिर उसको तो पढाया होगा

घूम कर मैं दर सारे प्रभु के आयी
इसलिये तो मुझे पास बसाया होगा

डॉ मधु त्रिवेदी

70 Likes · 426 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
कामवासना
कामवासना
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
गीत
गीत
जगदीश शर्मा सहज
तुझसे वास्ता था,है और रहेगा
तुझसे वास्ता था,है और रहेगा
Keshav kishor Kumar
*तुम न आये*
*तुम न आये*
Kavita Chouhan
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*
*"गणतंत्र दिवस"*
Shashi kala vyas
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
Sandeep Pande
" विडम्बना "
Dr. Kishan tandon kranti
"" *वाङमयं तप उच्यते* '"
सुनीलानंद महंत
भावात्मक
भावात्मक
Surya Barman
■ कौन बताएगा...?
■ कौन बताएगा...?
*प्रणय प्रभात*
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
काल  अटल संसार में,
काल अटल संसार में,
sushil sarna
एक अलग ही खुशी थी
एक अलग ही खुशी थी
Ankita Patel
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दहेज़ …तेरा कोई अंत नहीं
दहेज़ …तेरा कोई अंत नहीं
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
याद हो बस तुझे
याद हो बस तुझे
Dr fauzia Naseem shad
*जीवन-साथी यदि मधुर मिले, तो घर ही स्वर्ग कहाता है (राधेश्या
*जीवन-साथी यदि मधुर मिले, तो घर ही स्वर्ग कहाता है (राधेश्या
Ravi Prakash
♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
Dr Archana Gupta
सहारा...
सहारा...
Naushaba Suriya
बूढ़ी मां
बूढ़ी मां
Sûrëkhâ
अगर जल रही है उस तरफ
अगर जल रही है उस तरफ
gurudeenverma198
बूढ़ा बापू
बूढ़ा बापू
Madhu Shah
पारिवारिक मूल्यों को ताख पर रखकर आप कैसे एक स्वस्थ्य समाज और
पारिवारिक मूल्यों को ताख पर रखकर आप कैसे एक स्वस्थ्य समाज और
Sanjay ' शून्य'
.........,
.........,
शेखर सिंह
बददुआ देना मेरा काम नहीं है,
बददुआ देना मेरा काम नहीं है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पहले दौलत की खातिर, सब कुछ किया निछावर,
पहले दौलत की खातिर, सब कुछ किया निछावर,
पूर्वार्थ
*एक चूहा*
*एक चूहा*
Ghanshyam Poddar
विश्व के हर मनुष्य के लिए करुणा होनी चाहिए
विश्व के हर मनुष्य के लिए करुणा होनी चाहिए
Sonam Puneet Dubey
4686.*पूर्णिका*
4686.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...