Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2022 · 1 min read

दर्पण!

दर्पण…………

इंसान पत्थर को भी पानी कर सकता है।
ख़ुद जाल बुन, ख़ुद ही फस्ता है।।

जिसमें हैं जवाला, धारा सा वो बेहता है।
पारस हैं वो, तप -तप के सोना बनता है।।
जल नहीं, बुलबुलों का स्वप्न देख।
फिर उन्हीं बुलबुलों से खेलता है।।

समंदर मे डूब ज्ञान संचित करता है,
दीवाना है मस्ती मे आगे बड़ता है।
हज़ारो अहसास लीन है उसमे,
मस्तक पर तेज़, नैनो मे सैलाब लिये चलता है।।

मनुष्य अगर एक बार ठान ले तो,
पृथ्वी – आकाश एक कर सकता है।
ख़ुद जाल बुन, ख़ुद ही फस्ता है।।

भागीरथी गंगा धरा तलपे लाया था ,
रावण ने हिमालय पर्वत हिलाया था।
सब समय और बुद्धि का खेल है,
अहंकार मे ही सब कुछ गवाया था।।

साम – दाम – दण्ड – भेद के चलते,
महाभारत तक का मुख दिखलाया।
एक मात्र अर्जुन के चलते,
सबने गीता का ज्ञान हैं पाया।।

समय का पहिया न कभी रुकता है।
इंसान पत्थर को भी पानी कर सकता है।।

इंसान पत्थर को भी पानी कर सकता है।
ख़ुद जाल बुन, ख़ुद ही फस्ता है।।

सेजल गोस्वामी
New Delhi,
northwest delhi.

Language: Hindi
4 Likes · 3 Comments · 574 Views

You may also like these posts

डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गूंजा बसंतीराग है
गूंजा बसंतीराग है
Anamika Tiwari 'annpurna '
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
Shutisha Rajput
#शीर्षक-प्यार का शक्ल
#शीर्षक-प्यार का शक्ल
Pratibha Pandey
मेरी खुशी हमेसा भटकती रही
मेरी खुशी हमेसा भटकती रही
Ranjeet kumar patre
ಅನಾವಶ್ಯಕವಾಗಿ ಅಳುವುದರಿಂದ ಏನು ಪ್ರಯೋಜನ?
ಅನಾವಶ್ಯಕವಾಗಿ ಅಳುವುದರಿಂದ ಏನು ಪ್ರಯೋಜನ?
Sonam Puneet Dubey
सारी दुनिया समझ नहीं सकती ,
सारी दुनिया समझ नहीं सकती ,
Dr fauzia Naseem shad
*अपना है यह रामपुर, गुणी-जनों की खान (कुंडलिया)*
*अपना है यह रामपुर, गुणी-जनों की खान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
कृष्णकांत गुर्जर
मुंगेरी तो मर गया, देख देख कर ख़्वाब।
मुंगेरी तो मर गया, देख देख कर ख़्वाब।
Suryakant Dwivedi
बाल बलिदानी
बाल बलिदानी
Sudhir srivastava
दिल लगाया है जहाॅं दिमाग न लगाया कर
दिल लगाया है जहाॅं दिमाग न लगाया कर
Manoj Mahato
3109.*पूर्णिका*
3109.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेम-गीत
प्रेम-गीत
Shekhar Chandra Mitra
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
प्रेम कहानी
प्रेम कहानी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दौलत से सिर्फ
दौलत से सिर्फ"सुविधाएं"मिलती है
नेताम आर सी
अब ना होली रंगीन होती है...
अब ना होली रंगीन होती है...
Keshav kishor Kumar
“साजन”
“साजन”
DrLakshman Jha Parimal
देवताई विश्वास अंधविश्वास पर एक चिंतन / मुसाफ़िर बैठा
देवताई विश्वास अंधविश्वास पर एक चिंतन / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
Watch who is there for you even when the birds have gone sil
Watch who is there for you even when the birds have gone sil
पूर्वार्थ
बचपन
बचपन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
..
..
*प्रणय*
आप चुन लीजिए अपने आकाश को, तो सितारे भी हिस्से में आ जाएंगे
आप चुन लीजिए अपने आकाश को, तो सितारे भी हिस्से में आ जाएंगे
Dr Archana Gupta
धन्यवाद
धन्यवाद
Rambali Mishra
"बराबरी का सफर"
Dr. Kishan tandon kranti
ऎसी दिवाली हो
ऎसी दिवाली हो
Shalini Mishra Tiwari
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Shikha Mishra
Loading...