दर्द
अकेले होने का दर्द अब सहन नही होता।
उसको खोने का दर्द अब सहन नही होता।।
मेरी रग रग को छुआ था जिन हाथों ने।
उन हाथों का जुदा होना सहन नही होता।।
वो ममता का आँचल ना जाने कहाँ खो गया।
वो मां का लाड़ दुलार ना जाने कहाँ खो गया।।
बचपन की लोरियां और परी की कहानियां।
सुनकर के सो जाना ना जाने कहाँ खो गया।।
ढूंढ कर ला दो वो सिर पर फिराने वाले हाथ।
ढूंढ कर ला दो निवाला खिलाने वाले हाथ।।
मेरे ललाट को पकड़ चूमने वाले हाथ।
उंगली थाम कर चलना सीखने वाले हाथ।।