Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2016 · 1 min read

दर्द

दर्द जो वक्त ने दिया
खुश हो कर मैने पी लिया सारा
दर्द जो परायों ने दिया
पानी सा समझ बहा दिया सारा
दर्द ही यह है सार मेरा

दर्द अपनों का जो मिला
छुप -छुप मन में समा लिया सारा
बेबस हूँ उदास हूँ सोच कर
कि दर्द , पीर जो मीत ,प्रीत से मिली
कहाँ दफन कर मैं आऊँ

कतरा – कतरा लहूलुहान
वो पीर किसी को बाँट न पाऊँ मैं कभी
तार – तार कर दूँ हर धड़कन
पर दिल मीत सिवा कही ओर दे न पाई
क्योंकि मीत तो दिल मेरे है

डॉ मधु त्रिवेदी

Language: Hindi
73 Likes · 3 Comments · 904 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
समाज का आइना
समाज का आइना
पूर्वार्थ
आज के जमाने में
आज के जमाने में
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लोगो को जिंदा रहने के लिए हर पल सोचना पड़ता है जिस दिन सोचने
लोगो को जिंदा रहने के लिए हर पल सोचना पड़ता है जिस दिन सोचने
Rj Anand Prajapati
"गड़बड़झाला"
Dr. Kishan tandon kranti
19--🌸उदासीनता 🌸
19--🌸उदासीनता 🌸
Mahima shukla
जो विष को पीना जाने
जो विष को पीना जाने
Pt. Brajesh Kumar Nayak
वाणी में शालीनता ,
वाणी में शालीनता ,
sushil sarna
*चाँद कुछ कहना है आज * ( 17 of 25 )
*चाँद कुछ कहना है आज * ( 17 of 25 )
Kshma Urmila
प्रद्त छन्द- वासन्ती (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गागागा गागाल, ललल गागागा गागा। (14 वर्ण) अंकावली- 222 221, 111 222 22. पिंगल सूत्र- मगण तगण नगण मगण गुरु गुरु।
प्रद्त छन्द- वासन्ती (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गागागा गागाल, ललल गागागा गागा। (14 वर्ण) अंकावली- 222 221, 111 222 22. पिंगल सूत्र- मगण तगण नगण मगण गुरु गुरु।
Neelam Sharma
उजले दिन के बाद काली रात आती है
उजले दिन के बाद काली रात आती है
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ये इश्क भी जुनून हैं,मुकाम पाने का ।
ये इश्क भी जुनून हैं,मुकाम पाने का ।
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
है बात मेरे दिल की दिल तुम पे ही आया है।
है बात मेरे दिल की दिल तुम पे ही आया है।
सत्य कुमार प्रेमी
सपने
सपने
Santosh Shrivastava
हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ
हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ
Dr Archana Gupta
ऐसा कहा जाता है कि
ऐसा कहा जाता है कि
Naseeb Jinagal Koslia नसीब जीनागल कोसलिया
काश यह मन एक अबाबील होता
काश यह मन एक अबाबील होता
Atul "Krishn"
3322.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3322.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
रमेशराज की तेवरी
रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
आबाद वतन रखना, महका चमन रखना
आबाद वतन रखना, महका चमन रखना
gurudeenverma198
मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है
मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है
Dr fauzia Naseem shad
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
Rekha Drolia
चांद पर पहुंचा है हिन्दोस्तान, देखा आपने?
चांद पर पहुंचा है हिन्दोस्तान, देखा आपने?
Nazir Nazar
अधूरे उत्तर
अधूरे उत्तर
Shashi Mahajan
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"उसने जो मुझ को बुलाया नहीं तो कुछ भी नहीं।
*प्रणय*
दिल के दरवाजे भेड़ कर देखो - संदीप ठाकुर
दिल के दरवाजे भेड़ कर देखो - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
खुशामद की राह छोड़कर,
खुशामद की राह छोड़कर,
Ajit Kumar "Karn"
किससे माफी माँगू, किसको माँफ़  करु।
किससे माफी माँगू, किसको माँफ़ करु।
Ashwini sharma
आज का वक्त कभी गुजरे
आज का वक्त कभी गुजरे
रेवा राम बांधे
The Sound of Birds and Nothing Else
The Sound of Birds and Nothing Else
R. H. SRIDEVI
Loading...