दर्द
देख कर के टीस दिल की, दर्द ने मुझसे कहा,
एक ग़म की टीस है या ज़ख्म-ए-दिल,अनेक हैं?
दर्द ने रोकर कहा, सुन आज मैं शरमा गया
तेरे जिगर की टीस से, मुझको पसीना आ गया।
तु बता नीलम कहां से, ज़ख्म ये खाए बता,
हैं अभी ताज़ा ये कि तूने लिए खुद सेक हैं।
नीलम शर्मा