Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

“दर्द से दिल्लगी”

इक ख़ता अनकही आप कर लीजिए !
दर्द से दिल्लगी आप कर लीजिए !!

ज़िंदगी का कभी मत भरोसा करो !
नेकियाँ कुछ नयी आप कर लीजिए !!

फूल मिलते नहीं हैं अगरचे तुम्हें !
ख़ार से दोस्ती आप कर लीजिए !!

सुरमयी शब्द के मर्म को जानिए!
फिर हसीं शायरी आप कर लीजिए !!

चैन होगा मयस्सर यकीनन तुम्हें !
दो घड़ी बंदगी आप कर लीजिए !!

प्यार की बूँद को जो तरसते सदा !
बात उनसे ज़रा आप कर लीजिए !!

अब मुसाफ़िर समां दिलनशीं है मिला!
क़ैद में हर ख़ुशी आप कर लीजिए!!

धर्मेंद्र अरोड़ा “मुसाफ़िर”
संपर्क सूत्र:9034376051

Language: Hindi
28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गज़रा
गज़रा
Alok Saxena
पास फिर भी
पास फिर भी
Dr fauzia Naseem shad
बात उनकी क्या कहूँ...
बात उनकी क्या कहूँ...
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
कर मुसाफिर सफर तू अपने जिंदगी  का,
कर मुसाफिर सफर तू अपने जिंदगी का,
Yogendra Chaturwedi
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
Mangilal 713
परफेक्ट बनने के लिए सबसे पहले खुद में झांकना पड़ता है, स्वयं
परफेक्ट बनने के लिए सबसे पहले खुद में झांकना पड़ता है, स्वयं
Seema gupta,Alwar
"कहानी मेरी अभी ख़त्म नही
पूर्वार्थ
भारत माँ के वीर सपूत
भारत माँ के वीर सपूत
Kanchan Khanna
शब का आँचल है मेरे दिल की दुआएँ,
शब का आँचल है मेरे दिल की दुआएँ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नींबू की चाह
नींबू की चाह
Ram Krishan Rastogi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
जिंदगी
जिंदगी
Bodhisatva kastooriya
2816. *पूर्णिका*
2816. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक दूसरे से कुछ न लिया जाए तो कैसा
एक दूसरे से कुछ न लिया जाए तो कैसा
Shweta Soni
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
महसूस किए जाते हैं एहसास जताए नहीं जाते.
महसूस किए जाते हैं एहसास जताए नहीं जाते.
शेखर सिंह
वन गमन
वन गमन
Shashi Mahajan
"कीमत"
Dr. Kishan tandon kranti
■सामान संहिता■
■सामान संहिता■
*प्रणय प्रभात*
भेज भी दो
भेज भी दो
हिमांशु Kulshrestha
बिखर गई INDIA की टीम बारी बारी ,
बिखर गई INDIA की टीम बारी बारी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
Rituraj shivem verma
ओ जोगी ध्यान से सुन अब तुझको मे बतलाता हूँ।
ओ जोगी ध्यान से सुन अब तुझको मे बतलाता हूँ।
Anil chobisa
*पिताजी को मुंडी लिपि आती थी*
*पिताजी को मुंडी लिपि आती थी*
Ravi Prakash
प्यार या प्रतिशोध में
प्यार या प्रतिशोध में
Keshav kishor Kumar
मुझे याद🤦 आती है
मुझे याद🤦 आती है
डॉ० रोहित कौशिक
बचपन का प्रेम
बचपन का प्रेम
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
दोहे. . . . जीवन
दोहे. . . . जीवन
sushil sarna
रमेशराज के दो लोकगीत –
रमेशराज के दो लोकगीत –
कवि रमेशराज
Loading...