दर्द के बहाने न देख
इस बेदर्द जमाने के चलते-फिरते ताने न देख!
दिल के ज़ज्बातों के आगे होंठ के गाने न देख!!
डूब के, दरियाव के मौजों में पलते जाले न देख!
दिल में सबके दर्द देख, दर्द के बहाने न देख!!
गर्दिशों में पल रहे जो सैकड़ों सितारे न देख!
यूँ किनारे बैठके लहरों के ताने न देख !!
छलछला उठे कभी जो दर्द के प्याले न देख!
जिंदगी मदहोशियाँ है, तू मग़र मयख़ाने न देख!!
नब्ज़ देख, मर्ज़ देख, सिरहाने- पैताने ना देख!
दरमियाँ देख अपने दामन भी कभी, तू मेरे फाने ना देख!!