दर्द की धुन
दर्द की धुन
दर्द की धुन भी
जन्मती है ……।
महीन ..सी …उम्मीद…।
पत्ता… पानी… मधुमक्खी
…………
दर्द की धुन भी
किए देती है….तरंगित
प्रायः…. सुप्त…से
नाउम्मीदी.. के… तंतु ..को।
………..
दर्द की धुन भी
टांक जाती है
डूबती-तैरती…
आस की …ड्योढी….पर
नींबू-मिर्ची …का….टोटक…
…………
दर्द की धुन भी
सुलाए देती है।
शीशु की मानिंद…।
कीकर-डाल……।
झोली….. झुला. ..
माँ आगमन की उम्मीद।
संगीता बैनीवाल