दर्द इस क़दर मिले
दर्द इस क़दर मिले
सफ़र ए जिंदगी में ,
दर्द का अहसास भी
अब होता नहीं ,
दिखाई देती है
नमी हल्की सी पर
आँखों में आँसुओं का
दरिया कभी सूखा नहीं
हिमांशु Kulshrestha
दर्द इस क़दर मिले
सफ़र ए जिंदगी में ,
दर्द का अहसास भी
अब होता नहीं ,
दिखाई देती है
नमी हल्की सी पर
आँखों में आँसुओं का
दरिया कभी सूखा नहीं
हिमांशु Kulshrestha