Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Dec 2020 · 1 min read

दर्दे दिल

प्यार का सैलाब़ सब कुछ बहा के ले गया,
कल तक मैं उसके साथ था, आज अकेला रह गया,
संग जीने मरने की कसमें खाई थी कल हमने,
पर आज तेरी फ़ितरत को , एक ज़रदार भा गया,
प्यार को इब़ादत माना , दिल में बसा कर तुझको चाहा,
शीशा- ए – दिल में छुपा के रक्खा , ऐ सितम़गर तेरा प्यार ,
तोड़कर उसे तुझे , तेरी सूरत के सिवा क्या मिला ,
इश्क़ की राहों में हादसों के दौर हैं,
संभलना इश्क वालों यहां अपनों में भी गैर हैं ,
आह ! ये सदमा मेरा ही दिल था जो मैं सह गया ,
क्या कहूं क्या दिल पे गुज़री , क्या दर्द-ए-ग़म था जो मैं पा गया ,
इस जहाँ में सच्चा प्यार , नसीब़ से हास़िल है ,
वरना यहां खुदगर्ज़ प्यार , दौलत का हाम़िद है ,

5 Likes · 10 Comments · 243 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
"बेहतर है चुप रहें"
Dr. Kishan tandon kranti
*** एक दौर....!!! ***
*** एक दौर....!!! ***
VEDANTA PATEL
वोट कर!
वोट कर!
Neelam Sharma
भगवान बुद्ध
भगवान बुद्ध
Bodhisatva kastooriya
Qabr
Qabr
Fuzail Usman
खोते जा रहे हैं ।
खोते जा रहे हैं ।
Dr.sima
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
shabina. Naaz
टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो,
टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो,
Sunil Maheshwari
♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
Dr Archana Gupta
दीपावली
दीपावली
surenderpal vaidya
दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां)
दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां)
Vijay kumar Pandey
এটাই সফলতা
এটাই সফলতা
Otteri Selvakumar
"बेचारी की फ़ितरत में, राग़ नहीं है ग़म वाला।
*प्रणय*
हर काम की कोई-ना-कोई वज़ह होती है...
हर काम की कोई-ना-कोई वज़ह होती है...
Ajit Kumar "Karn"
यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो
यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो
आर.एस. 'प्रीतम'
इज़्ज़त
इज़्ज़त
Jogendar singh
कविता के प्रेरणादायक शब्द ही सन्देश हैं।
कविता के प्रेरणादायक शब्द ही सन्देश हैं।
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
धैर्य बनाए रखना
धैर्य बनाए रखना
Rekha khichi
4631.*पूर्णिका*
4631.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चीख़ते हैं दर-ओ-दीवार नहीं होता मैं
चीख़ते हैं दर-ओ-दीवार नहीं होता मैं
पूर्वार्थ
माला फेरें राम की,
माला फेरें राम की,
sushil sarna
दुनिया का सबसे अमीर आदमी होना और दुनिया में अपने देश को सबसे
दुनिया का सबसे अमीर आदमी होना और दुनिया में अपने देश को सबसे
Rj Anand Prajapati
कभी-कभी ऐसा लगता है
कभी-कभी ऐसा लगता है
Suryakant Dwivedi
सही लोगों को
सही लोगों को
Ragini Kumari
मतवाला मन
मतवाला मन
Dr. Rajeev Jain
पितृ दिवस पर....
पितृ दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
*समय की रेत ने पद-चिन्ह, कब किसके टिकाए हैं (हिंदी गजल)*
*समय की रेत ने पद-चिन्ह, कब किसके टिकाए हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सफलता
सफलता
Raju Gajbhiye
Loading...