दर्दे दिल की दावा किसी के पास नहीं
दर्दे ए दिल कि दवा दुनिया में नहीं बनी
चाहे किसी डॉक्टर या वैधनाथ को दिखा लों
पैन किलर दे कर कुछ पल का सकूं मिलेगा
थोडा उधर का दर्द कम होगा, परंतू
थोड़ी देर बाद दूसरी जगह से जरूर मिलेगा
न जाने दर्दे दिल क्यूं लोग लिया करते हैं
देखते हैं दूसरे को फिर भी लिया करते हैं
खा कर जेहर उस ने अपनी जान दे डाली
मरने से पहले तुम को तो नसीहत दे डाली !!
देखा है लोगो को लिव इन रिलेशनशिप में रहते
फिर यह देख कर बार बार धोखा क्यों खाते
जिस्म कि भूख मिटने को नित नए किस्से आते
क्या हम माने कि यह सब हो जाते हैं अंजाने में !!
दुनिया ने पता नहीं क्यूं इस बात को बढ़ावा दे दिया
कर के किसी के अरमानो का कत्ल बुझ दिल बना दिया
काश यह सब न होता दुनिया में, इंसान कि औलाद
पैदा कि थी भगवान् ने, फिर भी क्यों ऐसा हैवान बना दिया !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ