दरदू
रचना का विषय : दर्द
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
दर्द हम सभी के मन में रहते है
किसी से कहने में हम डरते हैं
दर्द तेरे संग सदा बाट लेते है
अपने दर्द मन के पन्नों लिखते है
सच विश्वास जीवन में रखते हैं
दर्द का राज इजहार न करते हैं।
बस निस्वार्थ कौन जो सुनता हैं।
जीवन के हमसफ़र कौन साथ है।
दर्द जिंदगी में किसी के हम न समझते है।
क्योंकि स्वार्थ हमारे साथ रहते है।
दर्द तो जीवन के रंग हम सभी की हकीकत कहते है।
आओ मिलकर एक दूसरे का दर्द हम कम करते हैं।
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
नीरज अग्रवाल चंदौसी उप्र